NCERT Solutions for Class 9th Hindi give you clear, exam-aligned answers for prose, poetry, grammar and writing tasks, exactly how CBSE evaluators expect. In this teacher-written guide, you will learn to read for meaning, pick textual evidence, and craft concise, high-scoring responses. Use the chapter-wise tables and study planner to revise smarter and avoid common mistakes.
Class 9 Hindi blends साहित्य (prose/poetry), व्याकरण (grammar) and लेखन-कौशल (writing skills). The solutions below show how to approach each segment: identify the theme, cite a key line, interpret the message, and close with a crisp takeaway. For grammar, you will practice संधि, समास, अलंकार, and frequent spelling pitfalls. For writing, you will follow simple templates for पत्र-लेखन, अनुच्छेद, विज्ञापन, and संवाद.
My advice is simple: read the question slowly, underline the demand words, plan two lines, and then write. Keep your handwriting neat, leave breathing space between points, and use the exact keywords from the question in your answer. When you model your work on these NCERT Solutions for Class 9th Hindi, you will steadily improve accuracy, speed and presentation.
Table of Contents
NCERT Solutions for Class 9th Hindi: Textbooks Overview
Class 9 Hindi – Book Set at a Glance
| पुस्तक | प्रकार | केंद्रित कौशल | समाधान कैसे मदद करते हैं |
|---|---|---|---|
| क्षितिज (Kshitij) | मुख्य पाठ्यपुस्तक – गद्य/काव्य | थीम, सन्देश, अलंकार, पंक्तियों का संदर्भ | पंक्ति-आधारित व्याख्या, सटीक निष्कर्ष |
| कृतिका (Kritika) | पूरक पाठ्यपुस्तक | कथानक, चरित्र, नैतिक संदेश | बिंदुवार सार, साक्ष्य-सहित उत्तर |
| स्पर्श (Sparsh) | वैकल्पिक/समानांतर पाठक | काव्य-शिल्प, बिम्ब, लय | उदाहरण सहित अलंकार-प्रभाव की व्याख्या |
| संचयन (Sanchayan) | अतिरिक्त पूरक | त्वरित समझ, सन्दर्भ ग्रहण | छोटे, सटीक उत्तर; समय-प्रबंधन |
यह तालिका बताती है कि NCERT Solutions for Class 9th Hindi में हर पुस्तक की भूमिका अलग है—और मिलकर ये आपकी विषय-तैयारी को संतुलित बनाती हैं। क्षितिज में कविता और गद्य का केंद्रीय विचार, संदेश और अलंकार समझना सबसे जरूरी है; इसलिए उत्तर हमेशा “विचार → प्रमाण-पंक्ति → व्याख्या” क्रम में लिखें। कृतिका और संचयन छोटे लेकिन तीखे उत्तरों के लिए अभ्यास कराते हैं—यहाँ चरित्र-गुण, घटनाओं के क्रम, और निष्कर्ष का संबंध स्पष्ट करना अंक दिलाता है। स्पर्श काव्य-शिल्प पर पकड़ मजबूत करता है—बिम्ब, लय और प्रतीकात्मकता की भाषा में उत्तर लिखना सीखें। इस सेक्शन का उद्देश्य आपको यह समझाना है कि किस पुस्तक से क्या पूछा जाता है और मॉडल समाधान उसे कैसे वैध रूप से सिद्ध करते हैं।
Skills Map for Prose, Poetry & Supplementary
What Examiners Look For (By Text Type)
| टेक्स्ट प्रकार | जरूरी कौशल | उत्तर की रूपरेखा |
|---|---|---|
| गद्य (Prose) | थीम, चरित्र, वातावरण, संदेश | 2–3 बिंदु परिचय → साक्ष्य-पंक्तियाँ → निष्कर्ष |
| काव्य (Poetry) | अलंकार, बिम्ब, प्रतीक, टोन | अलंकार का नाम → उदाहरण → अर्थ/भाव पर प्रभाव |
| पूरक (Supplementary) | त्वरित समझ, नैतिक/सामाजिक सन्देश | एक-वाक्य सार → घटना-आधारित प्रमाण → सीख |
| दृश्य-अनुभूति | संदर्भ, अर्थ-ग्राह्यता | कुंजी शब्द चिन्हित करें → अपने शब्दों में उत्तर |
यह स्किल-मैप परीक्षा-उत्तर को मानक प्रारूप में ढालता है। गद्य में पहले विचार (थीम/संदेश) लिखें, फिर 1–2 साक्ष्य-पंक्तियाँ दें और अंत में व्याख्या/निष्कर्ष जोड़ें। काव्य में केवल अलंकार का नाम पर्याप्त नहीं—उसका प्रभाव अवश्य बताइए: “उपमा से चित्र स्पष्ट होता है”, “अनुप्रास से संगीतात्मकता आती है” आदि। पूरक पाठों में उत्तर छोटे लेकिन सटीक हों—एक पंक्ति सार, एक घटना-आधारित प्रमाण, और एक सीख। दृश्य-अनुभूति/ गद्यांश प्रश्नों में लम्बी पंक्तियाँ न कॉपी करें; अपने शब्दों में, संक्षेप में उत्तर दें। जब आप इन ढाँचों पर NCERT Solutions for Class 9th Hindi का अभ्यास करते हैं, तो मूल्यांकनकर्ता को आपकी समझ, साक्ष्य-प्रयोग और प्रस्तुति तीनों स्पष्ट दिखते हैं—और यही अतिरिक्त अंक दिलाता है।
Vyakaran Toolkit for Class 9th Hindi
Grammar Essentials You Must Master
| विषय | मुख्य नियम/ध्यान | परीक्षा संकेत |
|---|---|---|
| संधि | स्वर/व्यंजन/विसर्ग संधि; मूल शब्द-पहचान | पहले मूल शब्द अलग करें, फिर नियम लागू करें |
| समास | द्वन्द्व, तत्पुरुष, बहुव्रीहि, अव्ययीभाव | विग्रह लिखें; अर्थ-एकता स्थापित करें |
| अलंकार | उपमा, रूपक, अनुप्रास, अतिशयोक्ति | उदाहरण + प्रभाव; केवल नाम न लिखें |
| वाक्य-रूपांतरण | वाच्य, वचन, कारक | कर्ता/कर्म की पहचान से शुरुआत करें |
| वर्तनी | दीर्घ/ह्रस्व, अनुस्वार/अनुनासिक | अंतिम 1–2 मिनट केवल शुद्धलेखन जाँच |
व्याकरण निश्चित अंक दिलाता है—यदि आप इसे रोज़ छोटे-छोटे अभ्यासों में बाँट दें। संधि में सफलता की कुंजी है “मूल शब्द पहचानना”; एक बार मूल दिख गया, नियम लागू करना सरल हो जाता है। समास के लिए हमेशा विग्रह लिखें—अर्थ-एकता स्पष्ट होते ही समास-भेद पहचानना स्वाभाविक लगेगा। अलंकार में उत्तर का सही स्वरूप है: नाम → उदाहरण → प्रभाव। वाक्य-रूपांतरण करते समय पहले कर्ता/कर्म की पहचान करें—वाच्य बदलते समय यही सबसे बड़ा संकेत है। अंततः, वर्तनी पर 1–2 मिनट देने से अनावश्यक कटिंग बचती है और प्रस्तुति अंक बढ़ जाते हैं। इन सूचियों के साथ जो मॉडल उत्तर आप नीचे पढ़ेंगे, वे दिखाते हैं कि NCERT Solutions for Class 9th Hindi में व्याकरण को “छोटे नियम + उदाहरण + एक पंक्ति निष्कर्ष” में कैसे समेटना है।
Writing Templates & Assessment Pattern
Score-Maximizing Structures
| कार्य प्रकार | मानक संरचना | जिन बातों पर अंक मिलते हैं |
|---|---|---|
| पत्र-लेखन (औपचारिक/अनौपचारिक) | सम्बोधन → उद्देश्य → बिंदुवार तर्क → विनम्र समापन | उचित शैली, स्पष्ट मांग, शुद्ध वर्तनी |
| अनुच्छेद/लेख | शीर्षक → परिचय → 2–3 अनुच्छेद → निष्कर्ष | तर्क-क्रम, उदाहरण, संक्रमण शब्द |
| संवाद-लेखन | चरित्र-संगत, छोटे, स्वाभाविक वाक्य | यथार्थ टोन, विराम-चिह्न, संतुलन |
| विज्ञापन/सूचना | शीर्षक → तथ्य-बिंदु → संपर्क/समापन | संक्षेप, आकर्षक लेआउट, प्रासंगिकता |
| कहानी-लेखन | परिदृश्य → समस्या → समाधान/संदेश | मौलिकता, स्पष्ट संदेश, समय-प्रबंधन |
लेखन में भाषा की सादगी और संरचना का अनुशासन सबसे बड़े गुण हैं। पत्र-लेखन में औपचारिक संदर्भ हो तो विनम्रता व विषय-स्पष्टता अनिवार्य है; अनौपचारिक पत्र में आत्मीयता रहे, पर लक्ष्य न छूटे। अनुच्छेद/लेख में शीर्षक के बाद मुद्दे का संक्षिप्त परिचय, फिर दो–तीन अनुच्छेदों में तर्क/उदाहरण, और अंत में एक पंक्ति निष्कर्ष—यही स्वर्ण-ढांचा है। संवाद में एक-एक पंक्ति छोटी और सारगर्भित लिखें; लंबे बयान अंक नहीं बढ़ाते। विज्ञापन/सूचना बिंदुवार और तथ्यात्मक हों—अनावश्यक विशेषणों से बचें। कहानी में आरंभ–मध्य–समाप्ति का प्रवाह बनाए रखें और अंतिम पंक्ति में स्पष्ट संदेश लिखें। जब आप इन टेम्प्लेट्स के साथ NCERT Solutions for Class 9th Hindi का अभ्यास करते हैं, तो हर उत्तर में एक जैसी साफ-सुथरी संरचना बनती है—और यही बार-बार उच्च अंक दिलाती है।